ईरान-इज़राइल युद्ध 2025: लाइव अपडेट्स, कारण, वैश्विक प्रतिक्रिया और प्रभाव
🔴 लाइव अपडेट्स (Live Updates)
- 21 जुलाई 2025: इज़राइल ने तेहरान के पास मिसाइल हमला किया।
- 20 जुलाई: ईरान ने गाजा में इज़राइली ठिकानों पर हमला किया।
- 19 जुलाई: संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से युद्धविराम की अपील की।
- 18 जुलाई: हिज़्बुल्लाह और हौसी विद्रोहियों की भी एंट्री।
⚔️ युद्ध के कारण (Causes of the War)
यह संघर्ष वर्षों से चल रहे तनाव का परिणाम है। 2024 के अंत में गाज़ा पर इज़राइल की सैन्य कार्रवाई और ईरान द्वारा हमास, हिज़्बुल्लाह और यमन के हौसी विद्रोहियों को समर्थन देना इस युद्ध की प्रमुख वजह बनी।
🌐 वैश्विक प्रतिक्रिया (Global Reactions)
- संयुक्त राष्ट्र: शांति वार्ता की अपील।
- अमेरिका: इज़राइल का समर्थन, लेकिन शांति की वकालत।
- रूस: ईरान की ओर झुकाव, पश्चिम को जिम्मेदार ठहराया।
- भारत: न्यूट्रल स्टैंड, अपने नागरिकों को निकाला।
- यूरोपीय संघ: तुरंत संघर्ष विराम की मांग।
🌍 दुनिया पर प्रभाव (Global Impact)
युद्ध का असर तेल की कीमतों पर सीधा पड़ा है। भारत और अन्य देशों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 20% तक बढ़ी हैं। अंतर्राष्ट्रीय शेयर बाजार गिर गए हैं, और मध्य पूर्व में अनिश्चितता बढ़ गई है। साइबर युद्ध भी बढ़ा है।
📉 आर्थिक प्रभाव
- तेल की कीमतें $130 प्रति बैरल पार कर गईं।
- सोने और डॉलर की मांग में भारी वृद्धि।
- भारतीय बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1500 अंक लुढ़का।
📡 साइबर युद्ध और मीडिया
दोनों देशों के हैकर्स ने एक-दूसरे की वेबसाइट्स और सैन्य सर्वर पर हमले किए। सोशल मीडिया पर युद्ध के प्रोपेगंडा वीडियो और झूठी खबरों की बाढ़ आ गई है।
🔮 आगे की संभावनाएं (What’s Next?)
यदि यह युद्ध और गहराता है तो यह पूरे मिडिल ईस्ट को युद्ध के मैदान में बदल सकता है। अमेरिका और रूस की भागीदारी इसे विश्व युद्ध में भी बदल सकती है।
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🔚 निष्कर्ष (Conclusion)
यह संघर्ष सिर्फ दो देशों के बीच नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया की स्थिरता और ऊर्जा सुरक्षा के लिए खतरा है। विश्व नेताओं को तुरंत कदम उठाना होगा ताकि यह युद्ध थम सके।
लेखक: Learn With DG | स्रोत: रॉयटर्स, अलजज़ीरा, ANI, BBC Hindi
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